15 जून को भारतीय इतिहास की दुखद और बदरंग तारीख मानी जाती है। इस दिन भारत का बंटवारा हुआ था, जो देश की एकता और अखंडता को तोड़ने वाली घटना थी। यह दिन 1947 में अंग्रेजों के शासन से मुक्त होकर भारत ने आजादी प्राप्त की थी, लेकिन इसी दिन देश को दो अलग-अलग राष्ट्रों में विभाजित कर दिया गया।
15 जून 1947 को कांग्रेस ने नई दिल्ली में अपने अधिवेशन में बंटवारे के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। इससे पहले भी भारत में बंटवारे के मुद्दे पर विचारधारा थी, लेकिन इस घटना ने इसे अधिकतम स्तर तक पहुंचा दिया। बंटवारे के नतीजे में भारत और पाकिस्तान नामक दो अलग राष्ट्रों का गठन हुआ। इस बंटवारे के समय, लाखों लोग अपने घरों, गांवों, और शहरों को छोड़कर अपने जीवन के एक संचारित हिस्से को छोड़ने को मजबूर हो गए। इससे रिश्तों का टूटना हुआ, परिवारों को अलग होना पड़ा, और बहुत सारे लोग अपने घरो को छोड़ना पड़ा।
महत्वपूर्ण घटनाचक्र:
1896: जापान के इतिहास में सबसे विनाशकारी भूकंप और उसके बाद उठी सुनामी ने 22,000 लोगों की जान ली। यह भूकंप मैग्निट्यूड 7.6 का था और उसने तोक्यो और योकोहामा क्षेत्र को प्रभावित किया। इस अपूर्णता के कारण, बहुत सारे लोगों की मौत हो गई और अनेकों लोगों को चोटें पहुंची। यह भूकंप और सुनामी एक आपदा के रूप में जापानी इतिहास में दर्ज हैं।
1908: कोलकाता शेयर बाजार की शुरुआत भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण घटना थी। यह शेयर बाजार भारतीय निवेशकों को एक मंच प्रदान करता है जहां वे विभिन्न कंपनियों के शेयरों में निवेश कर सकते हैं। कोलकाता शेयर बाजार की स्थापना से पहले, भारतीय निवेशकों को विदेशी शेयर बाजारों में ही निवेश करना पड़ता था। यह घटना भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास में एक महत्वपूर्ण मोड़ थी।